Famous Rahat Indori shayari unke ke sabse bade ustado main se ek hai. Jab rahat indori apni shayari ko express karte hai har koi fan ho jata hai. Apni shayari ke madhyam se rahat Indori shayari ki duniya me ek alag hi chhawavi bana rakhi hai. Or issi vajah se unko anekh sare award bhi mil rakhe hai.
Rahat indori sahab ki shayari ek bebak bat ke jaise hai. Wo kisi se dar te nahi hai apni bat ko kahne se. Unhone kahi bar mozuda rajniti par bhi famousrahat Indori rajniti par shayari likhi hai. Or usko sabke samne bola hai. Aaj wo hamare sath nahi hai lekin unke alfaz hume unki bat yaad dilati rahti hai unki jo bhi khas aadat hai. Dil ko jeetne ka wo sabse alag hai. Dekha jaye to shayari ke badshah ( rahat indori ) kah sakte hai.
Rahat indori naam sunte hi aaj har koi apne dimag me ek image bana deta hai. Mtob is had tak famous hai aaj bhi.
Bulati hai magar jane ka nahi – rahat indori
Table of Contents
Rahat indori shayari
गुलाब, ख़्वाब, दवा, ज़हर, जाम क्या क्या है?
मैं आ गया हूं, बता इंतजाम क्या क्या है।
Gulab, khawab , dawa, zahar, jaam kya kya hai
Main aa gaya hoon, bta intezaam kya kya hai.
आग के पास कभी मोम लाकर देखू
हो इजाजत तो आपको हाथ लगाकर देखू ।
Aag ke pass kabhi mom lakar dekhu,
Ho ijajat to aapko hath lagakar dekhu…!!
तूफानों से आंख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो,
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो।
Tufanon se aankh milao, saila Bo par var karo,
Halal ho ka chakar chhodo, tair ke dariya par karo..!
Dr. Rahat Indori Famous Shayari |
मैं आ कर दुश्मनों में बस गया हूँ
यहाँ हमदर्द हैं दो-चार मेरे
Main aa kar dushmano me bas gaya hoon,
Yaha humdard hai do char mere…!!
Tujhe kisi shayar se mohabbt ho jaye shayari
जागने की भी, जगाने की भी, आदत हो जाए
काश तुझको किसी शायर से मोहब्बत हो जाए
Jaagne ki bhi, jagaane ki bhi ,adat ho jaye,
Kash tujhko kisi shayar se mohabbt ho jaye…!
साँसों की सीडियों से उतर आई जिंदगी
बुझते हुए दिए की तरह, जल रहे हैं हम
उम्रों की धुप, जिस्म का दरिया सुखा गयी
हैं हम भी आफताब, मगर ढल रहे हैं हम।
Sanso ki sidiyo se utr aai zindgi
Bhujhte hue diye ki tarh, jal rhe hai hum
Umro ki dhup, jism ka dariya sukha gayi
Hai hum bhi aftab, magar dal rhe hai
Rahat sahab ki shayari
जवान आँखों के जुगनू चमक रहे होंगे
अब अपने गाँव में अमरुद पक रहे होंगे
भुलादे मुझको मगर, मेरी उंगलियों के निशान
तेरे बदन पे अभी तक चमक रहे होंगे।
Jawan ankho k jhugnu chamak rhe honge
Ab apne hab main amarud pak rhe honge
Bhulade mujhko magae, meri ungliyo k jishan
Tere badan pe abhi tak chamak rahe honge
Rahat Indori Shayari
अजीब लोग हैं मेरी तलाश में मुझको,
वहाँ पर ढूंढ रहे हैं जहाँ नहीं हूँ मैं,
मैं आईनों से तो मायूस लौट आया था,
मगर किसी ने बताया बहुत हसीं हूँ मैं।
Ajib log hai meri talash me mujhko
Waha pr dund rhenhai jhaha nhi hu main,
Main aaino se to mayus laut aaya tha,
Magar kisi ne bataya bahut hasi hu main
Rahat Indori shayari
छू गया जब कभी ख़याल तेरा
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा।
कल तेरा जिक्र छिड़ गया था घर में
और घर देर तक महकता रहा।
Chhu gaya jb kabhi khayal tera,
Dil mera der tak dhadkta raha
Kal tera zikr chhid gya tha bhar main
Aur ghar der tak mahakta raha,
Zindgi par rahat Indori ki shayari
लोग हर मोड़ पे रुक रुक के संभलते क्यों हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यों हैं
मोड़ होता हैं जवानी का संभलने के लिए
और सब लोग यही आके फिसलते क्यों हैं।
Log har mod pe ruk ruk ke sambhalte kyon hai,
Itna darte hai to fir ghar se nikalte kyun hai,
Mod hota hai jawani ka sambhalne ke liye
Aur sab log yehi aake phislate kyun hai,
Safar par Rahat Indori shayari
नए सफ़र का नया इंतज़ाम कह देंगे
हवा को धुप, चरागों को शाम कह देंगे
किसी से हाथ भी छुप कर मिलाइए
वरना इसे भी मौलवी साहब हराम कह देंगे।
Naye safar ka naya intazam kah denge
Hawa ko dhup, chirago ko sham kahndenge
Kisi k hath bhi chhup kr milae,
Warna ise bhi molavi sahab haram kah denge.
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,
एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तो,
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो।
Ankh pe pani rakho hoto pe chingari rakho,
Zinda rahna hau to tarkibe bahut sari rakho,
Ek hi nadi k hai ye do kinare dosto,
Dostana zindagi se mout se yaari rakho.
Iljam shayari- rahat Indori
इस दुनिया ने मेरी वफ़ा का कितना ऊँचा मोल दिय
बातों के तेजाब में, मेरे मन का अमृत घोल दिया
जब भी कोई इनाम मिला हैं, मेरा नाम तक भूल गए
जब भी कोई इलज़ाम लगा हैं, मुझ पर लाकर ढोल दिया।
Is duniya ne meri wafa ka kitna uchaa mo diya,
Bato ke tejab majn, mere man ka mart gol diya,
Jb bhi koi inam mila hai , mera nam tak bhul gye
Jb bhi koi ilajam laha hai, mujh pr laksr dol diye,
इसे भी पढ़ें
तैर के दरिया पार करो
फूलों की दुकानें खोलो,
ख़ुशबू का व्यापार करो
इश्क़ ख़ता है तो ये ख़ता
एक बार नहीं सौ बार करो।
Rahat Indori best shayari
Tufano se nakh milao, sailaabo pe bar kro,
Malaho ka chakar chhodo
Tair k dariya par kro
Bhulp ki dukane kholo
Khushnu ka vepar kro
Ishq khata hai to ye khata
Ek bar nhi saur bar kro,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे,
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।
Ab Na Main Hun, Na Baaki Hai Zamane Mere,
Fir Bhi MashHoor Hain Shaharon Mein Fasane Mere,
Zindagi Hai Toh Naye Zakhm Bhi Lag Jayenge,
Ab Bhi Baaki Hain Kayi Dost Puraane Mere. Me
मुझे वो छोड़ गया rahat indori shayari
कही अकेले में मिलकर झंझोड़ दूँगा उसे
जहाँ जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे
मुझे वो छोड़ गया ये कमाल है उस का
इरादा मैंने किया था की छोड़ दूँगा उसे।
Kahi Akele me milkar jhanjhod dunga use
Jaha jaha se wo tuta haj jod dunga use
Mujhe wo chhod gya ye kamal hai us ka
Irada mene bhi kya tha ki chhod dunga use.
जिंदा रहना है तो सफ़र जारी रखो।
Rahat Indori shayari
अब हम मकान में ताला लगाने वाले हैं
पता चला हैं की मेहमान आने वाले हैं
आँखों में पानी रखों, होंठो पे चिंगारी रखो
जिंदा रहना है तो तरकीबे बहुत सारी रखो
राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो।
जुबा तो खोल, नज़र तो मिला,जवाब तो दे
में कितनी बार लुटा हु, मुझे हिसाब तो दे
तेरे बदन की लिखावट में हैं उतार चढ़ाव
में तुझको कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे।
Rahat Indori shayari in hindi
(Bulati hai magar jane ka nahi)
बुलाती है मगर जाने का नईं, ये दुनिया है इधर जाने का नईं
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर, मगर हद से गुजर जाने का नईं
सितारें नोच कर ले जाऊँगा, मैं खाली हाथ घर जाने का नईं
वबा फैली हुई है हर तरफ, अभी माहौल मर जाने का नईं
वो गर्दन नापता है नाप ले, मगर जालिम से डर जाने का नईं।
इस से पहले की हवा शोर मचाने लग जाए
मेरे “अल्लाह” मेरी ख़ाक ठिकाने लग जाए
घेरे रहते हैं खाली ख्वाब मेरी आँखों को
काश कुछ देर मुझे नींद भी आने लग जाए
साल भर ईद का रास्ता नहीं देखा जाता
वो गले मुझ से किसी और बहाने लग जाए।
Rahat Indori famous shayari
सफ़र की हद है वहां तक की कुछ निशान रहे
चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे
ये क्या उठाये कदम और आ गयी मंजिल
मज़ा तो तब है के पैरों में कुछ थकान रहे।
Safar ki had waha tak ki kuch nishan rhe,
Chal chalo ki yaha tak ye aasaman rhe,
Ye kya uthaye kadam aur aa gyi manzil
Maja tab tak hai ke pairo me kuch thakan rhe
Best rahat indori shayari
जागने की भी, जगाने की भी, आदत हो जाए
काश तुझको किसी शायर से मोहब्बत हो जाए
दूर हम कितने दिन से हैं, ये कभी गौर किया
फिर न कहना जो अमानत में खयानत हो जाए
Kahdo के apni okat me rhe – Rahat Indori
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहें
शाखों से टूट जाए वो पत्ते नहीं हैं हम
आंधी से कोई कह दे की औकात में रहें।
दोस्ती जब किसी से की जाये
दुश्मनों की भी राय ली जाए
बोतलें खोल के तो पि बरसों
आज दिल खोल के पि जाए।
Dosri jb kisi se ki nae
Dushmno mi bhi ray li jae
Boltle khol k to pi barso,
Aaj dil khol k pi jae
Rahat sir shayari
लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे,
पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे,
उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद,
और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे।
Loo Bhi Chalti Thi Toh Baad-e-Shaba Kehte The,
Paanv Failaye Andheron Ko Diya Kehte The,
Unka Anjaam Tujhe Yaad Nahi Hai Shayad,
Aur Bhi Log The Jo Khud Ko Khuda Kehte The.
फैसला जो कुछ भी हो, हमें मंजूर होना चाहिए
जंग हो या इश्क हो, भरपूर होना चाहिए
भूलना भी हैं, जरुरी याद रखने के लिए
पास रहना है, तो थोडा दूर होना चाहिए।
Paisla jo kuch bhi ho, jame manjur jona chahiye,
Jang ho ya ishq ho, bharpur hona chahiye,
Bhulna bhi hai, jaruri yaad rakhne k liye,
Pasa rahna hai, to thoda door hona chahiye
तुफानो से आँख मिलाओ, सैलाबों पे वार करो
मल्लाहो का चक्कर छोड़ो, तैर कर दरिया पार करो
फूलो की दुकाने खोलो, खुशबु का व्यापर करो
इश्क खता हैं, तो ये खता एक बार नहीं, सौ बार करो
जा के ये कह दो कोई शोलो से, चिंगारी से
फूल इस बार खिले है बड़ी तय्यारी से
बादशाहों से भी फेंके हुए सिक्के ना लिए
हमने ख़ैरात भी माँगी है तो ख़ुद्दारी से।
बीमार को मरज़ की दवा देनी चाहिए
मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए
बोतलें खोल कर तो पी बरसों
आज दिल खोल कर भी पी जाए
बता इंतज़ाम क्या क्या हैं
गुलाब, ख्वाब, दवा, ज़हर, जाम क्या क्या हैं
में आ गया हु बता इंतज़ाम क्या क्या हैं
फ़क़ीर, शाह, कलंदर, इमाम क्या क्या हैं
तुझे पता नहीं तेरा गुलाम क्या क्या हैं।
हाथ ख़ाली हैं तेरे शहर से जाते जाते,
जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते,
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है,
उम्र गुज़री है तेरे शहर में आते जाते।
चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं,
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है।
Chehron Ke Liye Aayine Kurbaan Kiye Hain,
Iss Shauk Mein Apne Bade Nuksaan Kiye Hain,
Mehfil Mein Mujhe Gaaliyan Dekar Hai Bahut Khush,
Jis Shakhs Par Maine Bade Ehsaan Kiye Hain.
यही ईमान लिखते हैं, यही ईमान पढ़ते हैं
हमें कुछ और मत पढवाओ, हम कुरान पढ़ते हैं
यहीं के सारे मंजर हैं, यहीं के सारे मौसम हैं
वो अंधे हैं, जो इन आँखों में पाकिस्तान पढ़ते हैं।
राहत इंदौरी शायरी इन हिंदी
हर एक हर्फ का अन्दाज बदल रखा है
आज से हमने तेरा नाम ग़ज़ल रखा है
मैंने शाहों की मोहब्बत का भरम तोड़ दिया
मेरे कमरे में भी एक ताजमहल रखा है।
आग के पास कभी मोम को लाकर देखूं
हो इज़ाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखूं
दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है
सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगाकर देखूं।
Aag k pas kabi mom ko lakar dekhu,
Ho ijajat to tujhe hat lagakr dekhu,
Dil ka mandir bada viran najar aata hai,
Sochta hu teri tasveer laga kar dekhu.
Dr. Rahat Indori Famous Shayari
कब, कौन सी सरकार में आ जाएगा।
बन के इक हादसा बाज़ार में आ जाएगा
जो नहीं होगा वो अखबार में आ जाएगा
चोर उचक्कों की करो कद्र, की मालूम नहीं
कौन, कब, कौन सी सरकार में आ जाएगा।
Ba k ik hadasha bajae me aa jaega,
Jo bhi hoga wo akhbaar me aa jaega,
Chor uchkakro ki kro kadr, ki maloom nahi,
Kon, kb ,konsi si sarkar me aa jaega
जन्नत क्या है। By Rahat Indori
अब जो बाज़ार में रखे हो तो हैरत क्या है
जो भी देखेगा वो पूछेगा की कीमत क्या है
एक ही बर्थ पे दो साये सफर करते रहे
मैंने कल रात यह जाना है कि जन्नत क्या है।
Ab jo bajar se rakhe ho to herat kya hai,
Jo bhi dekhega wo puchega ki kimat kya hai
Ek hi birth pe do saye sarar krte rhe,
Maine kal raat yah jana hai ki jannat kya hai.
जो लोग भूल नहीं करते, भूल करते हैं
जवानिओं में जवानी को धुल करते हैं
जो लोग भूल नहीं करते, भूल करते हैं
अगर अनारकली हैं सबब बगावत का
सलीम हम तेरी शर्ते कबूल करते हैं।
Jawaniyo me jawani ko dhul karte hai
Jo log bhul krte hai, bhul krte hai,
Agar anarkali hai sabab baghawat ka
Salim hum teri sharte kabool karte hai,
Rahat indori josh wali shayari
जा के कोई कह दे, शोलों से चिंगारी से
फूल इस बार खिले हैं बड़ी तैयारी से
बादशाहों से भी फेके हुए सिक्के ना लिए
हमने खैरात भी मांगी है तो खुद्दारी से।
Jo k koi kah de, sholo se chingari se,
Bhul is bar khile hai badi teyaei se,
Baadshaho se bhi feke hue sikhe na liye
Hamane kherat bhi mangi hai to khudari se,
जो जुर्म करते है unhe अदालत बिगाड़ देती हैं।
-rahat indori shayari in hindi
नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं
कबूतरों को खुली छत बिगाड़ देती हैं
जो जुर्म करते है इतने बुरे नहीं होते
सज़ा न देके अदालत बिगाड़ देती हैं।
Nayi hawao ki sohabat bigaad deri hai,
Kabutro ko khuli chhay bigaad deti hai,
Jo jurm karte hai itne bure nahi hote
Saja n deke aadalat bigaad deti hai,